परीक्षा का नाम सुनते ही स्टुडेंट्स की भौंहे तन जाती है. और उन्हे एक प्रकार का बोझ सा महसूस होने लग जाता है.परीक्षा की टेंशन में ना जाने क्या अनाप-सनाप सवाल सोचने लगते हैं और डर के मारे मिलना-जुलना भी छोड़ देते है.
मगर, यह डर कोई असल डर नहीं. यह केवल एक मानसिक स्थिति है. जिसका सामना हर स्टुडेंट्स ही नहीं बल्कि हर इंसान को कभी-कभी ना करना पड़ता है. क्योंकि इंसानी जीवन संघर्षों और चुनौतीयों से अटा पड़ा है.
इसलिए आपको, परीक्षा में अच्छे नम्बर कैसे लायें? परीक्षा में पास कैसे होंगे? परीक्षा में टॉप कैसे होगा? कितनी पढ़ाई करनी है, कब और कौनसा सबजेक्ट ज्यादा पढ़ना है? परीक्षा की तैयारी कैसे करेंगे, टॉप करने के लिए याद कैसे करते हैं, एग्जाम में लिखना कैसे है? परीक्षा देते समय किन बातों का ध्यान रखना पड़ता है? आदि सवालों के बारे में सोच-सोचकर बेकार का तनाव नहीं लेना चाहिए.
आइये जानते है कुछ ख़ास टिप्स :(Let us know some special tips)
1 सबसे पहले पुराने पेपर और सिलेबस देखें (थोड़ा रिसर्च करें):
किसी भी एग्जाम की तैयारी शुरू करने से पहले पूरा सिलेबस और पुराने पेपर्स देख कर थोड़ा रिसर्च जरूर करें l पहले जानें की सिलेबस में कितने चैप्टर और टॉपिक दिए गए है l फिर पुराने पेपर्स देख कर यह जानने की कोशिश करें की
• किस चैप्टर से सवाल ज़रूर पूछे गए
• किस चैप्टर से सबसे ज़्यादा सवाल पूछे गए
• किस चैप्टर से सबसे कम सवाल पूछे गए
• किस चैप्टर से सरल सवाल आये और किस चैप्टर से कठिन
इस पूरी एनालिसिस के बाद आपको समझ आ जाएगा कि कौन सा चैप्टर (और कौन सा टॉपिक) एग्जाम के लिए सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण है l आपको यह भी समझ आ जाएगा कि कौन सा चैप्टर आप आसानी से तैयार कर सकते हैं और किस चैप्टर में सबसे ज़्यादा मुश्किल l
अगर आप के पास एग्जाम की तैयारी के लिए एक महीने का समय बचा है तो आप इस एनालिसिस में आधे से एक दिन का समय दे सकते है l अगर आपके पास एक दिन का समय है तो यह एनालिसिस आपको 10 से 15 मिनट में कर लेनी चाहिए
2 पर्याप्त नींद – अक्सर परीक्षा और पढ़ाई के दबाव के चलते बच्चे पर्याप्त नींद नहीं लेते, वे देर रात तक तो पढ़ाई करते ही हैं, सुबह भी पढ़ाई के लिए जल्दी उठ जाते हैं जिससे पर्याप्त नींद नहीं हो पाती। जिससे दिमाग सुस्त और उसकी कार्यक्षमता कम हो जाती है। दिमाग तभी ठीक से काम करेगा जब उसे पर्याप्त आराम मिलेगा।
महत्वपूर्ण टॉपिक के बारे दोस्तों से परामर्श करे (Group Discussion with Classmate)
इम्पोर्टेन्ट टॉपिक्स या question दोस्तों के बिच हमेशा डिस्कस करे, ऐसा करने से आपको उस टॉपिक के बारे अच्छी जानकारी प्राप्त होगी, बार-बार डिस्कस होने से वह टॉपिक या प्रश्न आपके दिमाग से चलता रहेगा जो जल्दी याद होगा और लम्बे समय तक याद भी रहेगा.
अगर आप किसी टॉपिक को बार-बार पढ़कर भी नही समझ पा रहे है तो उस टॉपिक को अपने क्लासरूम में दोस्तों के साथ रखे और उन्हें चैलेंज करे, जैसे मेरे ख्याल तुम इस क्वेश्चन को solve नही कर सकते आदि, जानने वाले सामने आकर solve करेंगे और बताएँगे जिससे आप आसानी से समझ पाएंगे.
एग्जाम में पूछे गए पुराने question के साथ प्रैक्टिस करे
महात्मा गाँधी जी ने कहा था “थोड़ा-सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशो से बेहतर है.”.इसलिए अगर आप सफल होना चाहते है, तो जितना हो सके उतना अभ्यास करे ताकि आपके अंदर की हिचक दूर हो सके. प्रैक्टिस केवल डर को ही दूर नही करता बल्कि ये आपके अन्दर एक कभी न जाने वाली हिम्मत पैदा करता है जिससे आप गर्व से बोल सकते है कि मैं इस काम को अब आसानी से कर सकता हूँ.
3. बडो से शिक्षा प्राप्त करें
बडो से ही शिक्षा प्राप्त करना जरुरी नही हैं आप छोटे बच्चो से या किसी भी जाती के लोगो से शिक्षा प्राप्त कर सकते हो जो बात आपको पता नही हो वो आप दुसरे लोगो से पूछे व जितनी ज्यादा हो सके उतनी ज्यादा जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करें.
4. अपना लक्ष्य चुने
बिना लक्ष्य का चुनाव किये आप कोई सफलता प्राप्त नही कर पाओगे आपने अगर अपना लक्ष्य नही बनाया हैं तो अभी अपना सही लक्ष्य चुन लीजिए व उसी के अनुसार मेहनत करे वो किसी भी परिस्थितियों मे अपने लक्ष्य से ना डगमगाये इससे आपको आपकी इच्छानुसार सफलता अवश्य प्राप्त होगी.
कम्पटीशन एग्जाम की तैयारी के टिप्स(Competition exam preparation tips)
कम्पटीशन एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो आपको लिए कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं उम्मीद है आपको पसंद आयेंगे तो चलिए देख लेते हैं।
सुबह के समय पढ़ाई के लिए बेस्ट हैं
सुबह जल्दी उठे और पढ़ाई करनी आरंभ कर दीजिए। बहुत से स्टूडेंट्स ऐसे भी पाए जाते हैं जो देर रात तक पढ़ाई करते हैं, जो कि गलत है, क्यूँ की आप दिन भर मे बहत सारे एक्टिविटी करते हो जिससे कि आपका दिमाग थक जाती है। आपका दिमाग इतना ज्यादा थक जाता है कि आपके दिमाग की जो समता है उसमें से 60 – 70 प्रतिशत कम हो जाता है इस लिए ज्यादा याद नहीं रहता। इस बजह से सुबह पढ़ाई करना चाहिए क्यूँ की आपकी दिमाग सुबह के टाईम फुल चार्ज रहता है जिससे आपको ज्यादा याद रहेगा।
इस ब्लॉग के निर्माता हिमांशु सक्सैना हैं जो बुलन्दशहर जिले के निवासी हैं | इन्हें अपनी मातृ भाषा हिन्दी से काफी प्रेम है इसलिये इन्हे हिन्दी में लिखने का शोक भी है | लोगो के दिमाग में आज भी यही बात जुबान पर रहती है कि जो कुछ भी है वो इंग्लिश से है, इस बात को गलत साबित करने के उद्देश्य से ही इन्होने इस ब्लॉग का निर्माण किया है |
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