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Loan Settlement Kaise Kare: लोन सेटलमेंट क्या है?

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लोन सेटलमेंट क्या है?

लोन सेटलमेंट ऋण निपटाने की एक प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत देनदार ऋण की राशि के बदले एकमुश्त राशि देने का प्रस्ताव ग्राहक के समक्ष रखता है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत सर्वप्रथम लोन लेने वाला व्यक्ति देनदार की किश्ते देना बंद कर देता है। उसके उपरान्त वह उस राशि का इस्तेमाल एकमुश्त लोन निपटारे के लिए करता है। जब ग्राहक और लोन देने वाले के बीच समझौता हो जाता है तब उसके अनुरूप एक राशि निश्चित की जाती है जिसको चुकाने के पश्चात देनदार, ग्राहक का लोन खाता बंद कर देता है।

वन-टाइम सेटलमेंट का मतलब क्या है

वन-टाइम सेटलमेंट (OTS), जैसा कि बैंक इसे इसी नाम से बुलाते हैं, यह कुछ गिने-चुने ऑप्शंस में से एक है जो एक डिफॉल्टर को अपने ड्यू का रीपेमेंट करके अपने लोन से छुटकारा पाने के लिए मिलता है। आमतौर पर OTS ऑफर के तहत डिफ़ॉल्टर को अपने बाकी के प्रिंसिपल अमाउंट का फुल पेमेंट करना पड़ता है। बाकी के इंटरेस्ट अमाउंट के साथ-साथ पेनल्टी और अन्य चार्ज को आंशिक रूप से या पूरी तरह से माफ़ किया जा सकता है। कुछ मामलों में, प्रिंसिपल अमाउंट का कुछ हिस्सा भी माफ़ किया जा सकता है। कुल मिलाकर, डिफ़ॉल्टर, टोटल ड्यू अमाउंट के एक हिस्से का पेमेंट करके लोन को सेटल्ड मान सकता है। हालांकि, जब आप अपने लोन का पेमेंट उसके इंटरेस्ट और उससे जुड़े चार्ज के साथ करते हैं तब उसे क्लोज्ड माना जाता है। लोन को क्लोज और सेटल करने के बीच बहुत अंतर है।

कितना होना चाहिए सिबिल स्कोर : अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से कम है तो आपको किसी भी तरह का लोन मिलने का चांस बहुत ही कम है। इस बात की बहुत संभावना है कि आपकी लोन एप्लीकेशन को रिजेक्ट कर दिया जाए। आपका स्कोर जितना ऊंचा होता है, आपके लोन आवेदन के मंजूर होने की संभावनाएं उतनी ही अधिक होती है।

कैसे सुधारेंसिबिल स्कोर : उतना ही लोन लें जितना कि

आप समय पर चुका पाएं। आप अपनी EMI समय पर चुकाएं। अगर आप अपनी किस्तों को अकसर ही निश्चित समयावधि में चुकाने में चूक जाते हैं तो एक रिमाइंडर तय करें या बेहतर होगा कि आप ऑटो डेबिट फैसिलिटी के जरिए भुगतान करें। क्रेडिट कार्ड का बुद्धिमतापूर्ण और निरंतर उपयोग आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ाने में मददगार हो सकता है।

  • इसके अलावा पर्सनल लोन भी आपको अपना क्रेडिट स्कोर बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह एक अनसिक्योर्ड लोन होता है, जो कि आपके क्रेडिट स्कोर को सर्वाधिक प्रभावित करता है।
  • किसी का क्रेडिट स्कोर उसके पिछले 2 साल के पेमेंट के आधार पर अच्छा हो सकता है। लेकिन लोन की अर्जी ग्राहक की पूरी क्रेडिट को देखकर दी जाती है।
  • रोहन के केस में उसने पुराने क्रेडिट कार्ड को सेटल किया था इसलिए रिपोर्ट में सेटल्ड दिख रहा था। ये समझना जरूरी है कि क्रेडिट रिपोर्ट में सेटलमेंट का स्टेटस दिखने का कोई असर नहीं होगा। लेकिन हर बैंक इसको अपने तरीके से लेते हैं। वो ये भी देखते हैं कि ग्राहक ने समय पर लोन नहीं चुकाया।
  • सेटलमेंट के असर समझाते हुए रोहन के बैंकर दोस्त ने सलाह दी कि कार लोन की अर्जी देने से पहले वो अपनी रिपोर्ट से सेटलमेंट का स्टेटस निकलवा दे। इसके लिए उसने ये सुझाव दिए
  • क्रेडिट रिपोर्ट में से सेटलमेंट का स्टेटस तब तक नहीं निकलता जब तक ग्राहक अपने लोन या क्रेडिट कार्ड की रकम को पूरा चुका नहीं देता।

क्यों जरूरी है क्रेडिट स्कोर (cibil score impact)

बहुत से लोगों ने कभी कर्ज नहीं लिया और न ही क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया. ऐसे लोग सोचते हैं कि उन्हें लोन आसानी से मिल जाएगा. जो कि बिल्कुल गलत विचार है. आपका क्रेडिट स्कोर न होने का मतलब है कि बैंक या फाइनेंस कंपनी को नहीं पता कि आपको कम जोखिम की श्रेणी में रखे या अधिक जोखिम में. क्योंकि कर्ज देने के लिए लोगों की कमाई और लोन पेमेंट की क्षमता देखी जाती है.

क्रेडिट स्कोर खराब होने की वजह (Credit score ko behtar karne ke tips)

अगर आपने समय पर लोन नहीं भरा है या क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान समय पर नहीं किया है तो निश्‍चित तौर पर आपका सिबिल स्कोर खराब है. एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना, कर्ज के लिए बार-बार पूछताछ करना जैसी बातें क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करती हैं. जब भी आप कर्ज के लिए पूछताछ करते हैं, तो कर्जदार आपका क्रेडिट स्कोर चेक करता है.

अगर बार-बार क्रेडिट स्कोर (Credit score checking) चेक किया जा रहा है तो इसका अर्थ है कि आप ज्यादा कर्ज लेना चाह रहे हैं. ऐसे में डिफॉल्ट के चांस भी ज्यादा होंगे. इसलिए क्रेडिट स्कोर बिगड़ सकता है.

ओ टी एस (वन टाइम सेटलमेंट) / समझौता मामलों को ट्रैक करने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म.

बैंक ने अपनी वेबसाइट पर ऑनलाइन वन टाइम सेटलमेंट सिस्टम (ओटीएस सिस्टम) को क्रियान्‍व‍ित किया है. इस सिस्‍टम के तहत, एनपीए ऋणकर्ता / गारंटीकर्ता / अधिकृत व्यक्ति हमारे बैंक की वेबसाइट पर ‘अधिक सेवाएं’ टैब मेन्‍यू में प्रदान किए गए लिंक के माध्यम से ओटीएस (वन टाइम सेटलमेंट) / समझौता निपटान के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आवेदक द्वारा आवेदन प्रस्‍तुत करने पर एक यूनिक आवेदन नम्‍बर (यूएएन) जनरेट होगा. आवेदक वेबसाईट के माध्‍यम से अपने ओ टी एस आवेदन की स्थिति को यूएएन द्वारा ट्रैक कर सकता है

सभी ऋणकर्ता / गारंटीकर्ता / अधिकृत व्यक्ति ऑनलाइन ओटीएस प्लेटफॉर्म का उपयोग कर ओटीएस / समझौता प्रस्तावों के लिए आवेदन कर सकते हैं.

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