पढाई (शिक्षा) का महत्व पर लेख/ जीवन में शिक्षा का महत्त्व – Padhai Ka Mahatva Essay in Hindi Letter
जीवन में सफलता, सम्मान और पहचान प्राप्त करने के लिए, शिक्षा सभी के लिए आवश्यक यंत्र है। शिक्षा सभी के जीवन में महान भूमिका निभाती है क्योंकि यह मनुष्य के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव लाती है। यह निश्चिन्तता प्राप्त करने और परिस्थितियों का समाना करने के लिए सकारात्मक और नकारात्मक दोनों आयामों पर सोचने की क्षमता प्रदान करती है। यह अपने ज्ञान को बढ़ाने और संसार का स्पष्ट दृष्टिकोण रखने के कौशल को विस्तृत करने के लिए सबसे आसान रास्ता है। यह हम में, हमारे जीवन के रास्ते में आगे बढ़ने के लिए रुचि पैदा करती है और इस प्रकार, देश में वृद्धि एवं विकास होता है। हम टीवी देखने, किताब पढ़ने और अन्य साधनों से शिक्षित होकर सीख सकते हैं।
उचित शिक्षा हमारे कैरियर के लक्ष्य को पहचानने में और सभ्य तरीके से रहना सीखृने में मदद करती है। हम बिना शिक्षा के जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते क्योंकि बिना इसके, हम स्वस्थ माहौल और उन्नत समुदाय का निर्माण नहीं कर सकते। जीवन में सब कुछ लोगों के ज्ञान और कौशल पर आधारित है, जो शिक्षा के द्वारा अपने आप से आता है। व्यक्ति, समाज, समुदाय और देश का उज्ज्वल भविष्य, शिक्षा प्रणाली द्वारा अनुकरण करने की जाने वाली रणनीति पर निर्भर करता है। जीवन में अधिक तकनीकी उन्नति की बढ़ती हुई माँग ने गुणात्मक शिक्षा के क्षेत्र को बढ़ाया है।
यह वैज्ञानिकों की शोध कार्यों में, यंत्रों मशीनों या आधुनिक जीवन के लिए आवश्यक अन्य तकनीकियों के अविष्कार में सहायता करती है। लोग अपने जीवन में शिक्षा के महत्व और क्षेत्र के बारे में जागरुक हो रहे हैं और लाभान्वित होने की कोशिश कर रहे हैं। फिर भी, देश के पिछड़े क्षेत्रों में रहने वाले लोग जीवन में आधारभूत आवश्यकताओं की कमी के कारण अभी भी उचित शिक्षा प्राप्त नही कर पा रहे हैं। वे आज भी अपने दैनिक जीवन की आवश्यकताओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हमें पूरे देश में बेहतर वृद्धि और विकास के लिए प्रत्येक क्षेत्र में समान रुप से शिक्षा के बारे में जागरुकता लाने की आवश्यकता है।
शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण तंत्र है, जो व्यक्ति के जीवन के साथ ही देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आजकल, यह किसी भी समाज की नई पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कारक बन गयी है। शिक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए, सरकार के द्वारा 5 साल से 15 साल तक की आयु वाले सभी बच्चों के लिए शिक्षा को अनिवार्य कर दिया गया है। शिक्षा सभी के जीवन को सकारात्मक तरीके से प्रभावित करती है और हमें जीवन की सभी छोटी और बड़ी समस्याओं का समाना करना सिखाती है। समाज में सभी के लिए शिक्षा की ओर इतने बड़े स्तर पर जागरुक करने के बाद भी, देश के विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा का प्रतिशत अभी भी समान है।
शिक्षा क्या है? हमारे जीवन में पढ़ाई का महत्व निबंध (Hamare Jeevan mein padhai ka mahatva nibandh)
पिछड़े क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए अच्छी शिक्षा के उचित लाभ प्राप्त नहीं हो रहे हैं क्योंकि उनके पास धन और अन्य साधनों की कमी है। यद्यपि, इन क्षेत्रों में इस समस्या को सुलझाने के लिए सरकार द्वारा कुछ नई और प्रभावी रणनीतियों की योजना बनाकर लागू किया गया है। शिक्षा ने मानसिक स्थिति को सुधारा है और लोगों के सोचने के तरीके को बदला है। यह आगे बढ़ने और सफलता और अनुभव प्राप्त करने के लिए आत्मविश्वास लाती है और सोच को कार्य रुप में बदलती है।
बिना शिक्षा के जीवन लक्ष्य रहित और कठिन हो जाता है। इसलिए हमें शिक्षा के महत्व और दैनिक जीवन में इसकी आवश्यकता को समझना चाहिए। हमें पिछड़े क्षेत्रों में लोगों को शिक्षा के महत्व को बताकर, इसे प्रोत्साहन देना चाहिए। विकलांग और गरीब व्यक्तियों को भी अमीर और सामान्य व्यक्तियों की तरह वैश्विक विकास प्राप्त करने के लिए, शिक्षा की समान आवश्यकता है और उन्हें समान अधिकार भी प्राप्त है। हम में से सभी को उच्च स्तर पर शिक्षित होने के लिए अपने सबसे अच्छे प्रयासों को करने के साथ ही सभी की शिक्षा तक पहुँच को संभव बनाना चाहिए जिसमें सभी गरीब और विकलांग व्यक्ति वैश्विक आधार पर भाग ले सकें।
कुछ लोग ज्ञान और कौशल की कमी के कारण पूरी तरह से अशिक्षित रहकर बहुत दर्दनाक जीवन जीते हैं। कुछ लोग शिक्षित होते हैं लेकिन पिछड़े इलाकों में उचित शिक्षा प्रणाली के अभाव के कारण अपने दैनिक कार्यों के लिए धन जोड़ने में भी पर्याप्त कुशल नहीं होते। इस प्रकार, हमें सभी के लिए अच्छी शिक्षा प्रणाली को प्राप्त करने के समान अवसर देने की कोशिश करनी चाहिए, चाहे वो गरीब हो या अमीर। एक देश, नागरिकों के वैयक्तिक विकास और वृद्धि के बिना विकसित नही हो सकता। इस प्रकार, एक देश का व्यापक विकास उस में देश में नागरिकों के लिए उपलब्ध प्रचलित शिक्षा प्रणाली पर निर्भर करता है। देश में हर क्षेत्र में नागरिकों के लिए अच्छी और उचित शिक्षा प्रणाली को उपलब्ध कराए जाने के सामान्य लक्ष्य को निर्धारित किया जाना चाहिए और शिक्षा प्राप्ति के रास्ते को सुगम व सुलभ्य बनाए जाने की कोशिश की जानी चाहिए। इस तरह देश अपने चहुँमुखी विकास की ओर अग्रसर होगा।
इस ब्लॉग के निर्माता हिमांशु सक्सैना हैं जो बुलन्दशहर जिले के निवासी हैं | इन्हें अपनी मातृ भाषा हिन्दी से काफी प्रेम है इसलिये इन्हे हिन्दी में लिखने का शोक भी है | लोगो के दिमाग में आज भी यही बात जुबान पर रहती है कि जो कुछ भी है वो इंग्लिश से है, इस बात को गलत साबित करने के उद्देश्य से ही इन्होने इस ब्लॉग का निर्माण किया है |
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