चावल कैसे बनाये ? चावल बनाने की रेसिपी/तरीका- Chawal Recipe in Hindi
वैसे तो चावल हर घर में पकाए जाते है लेकिन चावल की खुशबू और स्वाद चावल की जो क्वालिटी हम बाजार से लेकर आते है उस पर बहुत निर्भर करती है। बाजार में तरह-तरह के चावल मिलते है । जैसे परमल , सेला , बासमती आदि अलग प्रकार की क्वालिटी मिलती है। अलग अलग डिश बनाने के लिए अलग वेरायटी काम में लेनी चाहिए ।
बासमती चावल अपनी खुशबू और स्वाद के कारण पूरी दुनिया में जाना जाता है । इसके अलावा ब्राउन राइस हेल्थ के प्रति सचेत लोगों में लोकप्रिय है। चावल के कई साइज़ भी बाजार में मिलते है । अलग अलग साइज़ के हिसाब से इनके नाम दिए गए है। जैसे दुबार , तिबार , मोगरा , कनकी , नक्कू आदि। जानिये दुबार तिबार चावल क्या होते है। चावल जितना अधिक पुराना होता है उतना ही अच्छा होता है। पकने के बाद पुराने चावल का स्वाद और खुशबू बढ़ जाते है।
चावल पकाते समय इन बातों पर जरुर ध्यान करें :–
चावल बनाने की विधि/ बासमती चावल कैसे बनाते हैं बताइए-
एक बर्तन में दो कप पानी लेकर उबलने के लिए रखें। पानी उबलने लगे तब एक कप चावल डाल दें। एक छोटा चम्मच नमक डाल दें ,आधा चम्मच घी डाल दें , दो तीन बूँद नींबू का रस डाल दें। ढ़क्कन लगाकर मध्यम आंच पर दस मिनट पकाकर गैस बंद कर दें।
ढ़क्कन दस मिनट तक ओर लगा रहने दें। सफ़ेद और खिले खिले चावल का आनंद उठाएँ।यदि प्रेशर कुकर में चावल पका रहे हों तो एक सीटी बजते ही तुरंत गैस बंद कर दें। दस मिनट बाद ढ़क्कन खोलें।
कुछ लोग पानी अधिक लेकर चावल उबालते है। फिर एक्स्ट्रा पानी छानकर निकाल देते है जो मांड कहलाता है। लेकिन इस तरीके में पौष्टिक तत्व मांड के साथ निकल जाते है।
पुराने चावल की अपेक्षा में नए चावल जल्दी गल जाते है इसलिए ध्यान से पकाएँ।
चावल पकाते समय पानी के साथ नींबू का रस मिलाने से चावल अधिक खिले , सफ़ेद व स्वादिष्ट बनेंगे।
ब्राउन राइस को फ्रिज में स्टोर करके रखना चाहिये। क्योंकि ये जल्दी ख़राब हो जाते है।
यदि चावल भिगो कर बनाना चाहें तो जिस पानी में भिगोये है उसी में पकाएँ। ताकि पौष्टिक तत्व बेकार नहीं जाएँ।
चावल पक जाने के दस मिनट बाद तक उसका ढक्कन नहीं खोलें चावल आकार में बड़े बनेंगे।
चावल का मांड फेंके नहीं। ये पौष्टिक होता है। इसे आटा गूंथने में काम में लें। या दाल में डाल दें।
चावल पकाने के लिए पहले धोते है। इन्हे दो बार से ज्यादा नहीं धोना चाहिए अन्यथा चावल की ऊपरी परत के बहुत पौषक तत्व पानी के साथ निकल जाते है।
चावल को स्टोर करने के लिए उसमे साबुत हल्दी एक गांठ डाल दें इल्ली नहीं पड़ेगी।
चावल पकाने से पहले दो चम्मच नमक डाले हुए पानी में भिगो दें चावल टूटेंगे नहीं खिल जायेंगे।
चावल में बोरिक पाउडर मिक्स करके रखें। चावल ख़राब नहीं होंगे।
पहले सूखे चावल को जरा से घी या तेल में सेक लें , फिर पानी डालकर उबालें चावल अधिक खिले व स्वादिष्ट बनेंगे।
यदि चावल अधिक समय तक स्टोर करके रखने हो तो चावल में कैस्टर ऑइल मिला कर रखें। कीड़े नहीं पड़ेंगे।
चावल गल चुके हों लेकिन पानी अधिक दिख रहा हो तो चावल के ऊपर ब्रेड रख दें। ब्रेड पानी सोख लेगी। आपको खिले हुए चावल मिल जायेंगे।
चावल या खिचड़ी अधिक बच जाये तो उसमे अपनी पसंद से मसाले मिलाकर एक प्लास्टिक पर टुकड़ों में बिछाकर धूप में सूखा लें। सूखने के बाद इनको फ्राई करके चाय कॉफी के साथ स्नेक्स की तरह खा सकते है।
इस ब्लॉग के निर्माता हिमांशु सक्सैना हैं जो बुलन्दशहर जिले के निवासी हैं | इन्हें अपनी मातृ भाषा हिन्दी से काफी प्रेम है इसलिये इन्हे हिन्दी में लिखने का शोक भी है | लोगो के दिमाग में आज भी यही बात जुबान पर रहती है कि जो कुछ भी है वो इंग्लिश से है, इस बात को गलत साबित करने के उद्देश्य से ही इन्होने इस ब्लॉग का निर्माण किया है |
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