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Love Marriage Kaise Kare: प्रेम विवाह कैसे करे?

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प्रेम विवाह होगा या नहीं (Love marriage or not):

आज से कई साल पहले भारत में लोग अक्सर परिवार की मर्जी से ही शादी करते थे, लेकिन अब वक्त बदल रहा है और अब लोग अपने हिसाब के जिवनसाथी चुनने हैं. अव वो खुद फैसला करते है और अपना जीवन उसी के साथ बिताते हैं जिन्हें वो पंसद करते हैं. हालांकि इस दौरान लोगों को कई तरह की परेशानी हो जाती है जैसे कि वो अलग राज्य,संस्कृति से आते हैं और इस दौरान उन्हें कई सारी तकलीफों का सामना करना पड़ता है.जब आप अलग राज्य,संस्कृति के लोगों से जुड़ते हैं तो ऐसे में कई सारी समस्याएं होना लाजमि है जैसे की शादी करने का तरीका या फिर उनके रहने और खाने का तरीका. अगर आपके परिवारवालों ने आपके रिश्ते को मंजूरू दे दी है तो ऐसे में आपको कई सारी बातों का ध्यान देना चाहिए. दोनों परिवारों को शादी के लिए राजी करने के बाद दबाव लड़के और लड़की पर भी आता है कि क्या वो इस रिश्ते को निभा पाएंगे और साथ ही अपने नए रिश्ते को दूसरे परिवार के साथ कैसे निभा पाएंगे. तो चलिए जानते हैं आपको किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए ताकि आपका रिश्ता सदैव प्यार भरा बना रहे.

भारत में प्रेम विवाह(Love marriage in india)

भारत में, प्रेम विवाह शब्द का उपयोग एक विवाह का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो युगल द्वारा अपने माता-पिता या परिवार के साथ या बिना सलाह के लिया जाता है। ये विवाह जातीय, सामुदायिक और धर्म बाधाओं को पार कर सकते हैं। भारत में प्रेम विवाह कर पाना थोड़ा मुश्किल भरा हो सकता है। खासकर जब लड़की और लड़का एक ही जाति, समुदाय, धर्म, वित्तीय स्थिति या राष्ट्रीयता के भीतर नहीं होते। भारत में प्रेम विवाह अभी भी बहुत अच्छे नहीं माने जाते हैं।

कई भारतीय बुजुर्ग प्रेम विवाह के सख्त खिलाफ हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह उनकी संस्कृति के लिए शर्म की बात है और उनकी गरिमा के खिलाफ भी है। भारत में अभी भी बहुत से लोग हैं जो जब यह जानते हैं कि उनके बच्चे प्रेम विवाह करना चाहते हैं तो वे अपने बच्चों को छोड़ देते हैं। प्रेम विवाह का विरोध करने का सबसे बड़ा कारण जाति या धर्म का अंतर है। उनके अनुसार यह पूरी तरह से विवाह के खिलाफ हैं।

कहीं भविष्य को लेकर डरी तो नहीं है?(Is there any fear about the future?)

अगर आपकी गर्लफ्रेंड रिश्ते के भविष्य को लेकर डरी सहमी हैं तो इस बात को जानने की कोशिश करें। क्योंकि शादी से अक्सर इस बात को लेकर लड़कियां चितिंत रहती हैं।

समाज-परिवार को लेकर घबराई है क्या?

लव मैरिज करने वाली लड़कियां समाज और परिवार को लेकर अधिक टेंशन में रहती हैं। उनको समाज-परिवार की चिंता सताने लगती है। इस वजह से कई बार बात नहीं बन पाती। अतः इस घबराहट को दूर करना जरूरी है।

राशि और अमन का अफेयर पिछले 2 साल से चल रहा है. अब उन्होंने शादी करने का फैसला ले लिया, लेकिन वे इस बात को अच्छी तरह जानते थे कि उन के पेरैंट्स इस रिश्ते के सख्त खिलाफ होंगे और वे चाह कर भी घर वालों की रजामंदी से शादी नहीं कर पाएंगे. इसलिए उन्होंने कोर्टमैरिज के बारे में सोचा, लेकिन कोर्ट में शादी की क्या औपचारिकताएं होती हैं, इस बारे में उन्हें कुछ पता नहीं था. उन्होंने अपने एक कौमन फ्रैंड राजेश से बात की जिस ने अभी कुछ साल पहले ही कोर्टमैरिज की थी, लेकिन उस से भी उन्हें आधीअधूरी जानकारी ही मिली.

विवरण से पहले, आम तौर पर पूछे गए सवालों पर गौर करते है

क्या विवाह पंजीकरण ऑनलाइन किया जा सकता है?(Can marriage registration be done online?)

नहीं। विवाह पंजीकरण ऑनलाइन नहीं किया जा सकता। इसके लिए मैरिज अधिकारी के सामने आपको स्वयं उपस्थित होना जरूरी है। तभी विवाह पंजीकरण हो पायेगा।
कोर्ट मैरिज के लिए क्या माता पिता की मंजूरी अनिवार्य है? नहीं। कोर्ट मैरिज के लिए माता पिता की मंजूरी जरूरी नहीं है। बशर्ते इन नियमों का पालन किया गया हो।
. क्या मैं कोर्ट मैरिज फार्म डाउनलोड कर सकता हूँ? आप यहाँ क्लिक कर के “विवाह की सूचना” और “वर वधु की घोषणा” के फार्म डाउनलोड कर सकते हैं।

लव मैरिज क्या होती है?(What is a love marriage?)

भारत में आम तौर पर दो तरह की शादी होती है पहली होती है अरेंज मैरिज और दूसरी होती है लव मैरिज, अरेंज मैरिज में जो शादी होती है वह परिवार की मर्जी के मुताबिक होती है, जिसमें लड़की या लड़का परिवार ही चुनता है, और आपको उसी के साथ अपना पूरा जीवन बिताना होता है, लेकिन लव मैरिज में आप अपना जीवन साथी अपनी पसंद के अनुसार चुनते है, जो दूसरे की पसंद और नापसंद को बेहतर ढंग से जानते हैं, और फिर शादी करते हैं, इसे ही लव मैरिज कहा जाता है।

मेरी 30 साल की बेटी लव मैरेज ही करना चाहती है। वह जब 24 साल की थी, तब उसने बताया था कि वह अरेंज्ड मैरेज के आइडिया के खिलाफ है। हमने उसे अपना साथी चुनने के लिए 6 साल का वक्त दिया। इस दौरान वह रिलेशनशिप्स में भी आई, लेकिन उसका ब्रेकअप होता गया। अब हम बुजुर्ग होते जा रहे हैं और उसे दुल्हन बनता देखना चाहते हैं, लेकिन बेटी की जिंदगी में फिलहाल कोई लड़का नहीं है। हम उसे कैसे समझाएं कि अरेंज्ड मैरेज हमेशा बुरी नहीं होती है? उसे इसके लिए कैसे मनाएं?

 

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