What is Buckwheat Meaning in Hindi? कुट्टू का आटा क्या है?
कूटू एक प्रकार का पौधा है जिसकी बहुत सी नस्लें हैं, जिनमें से ज़्यादातर जंगली हैं। इसके बीज को पीसकर एक आटा बनाया जाता है जिसके भारतीय और अन्य क्षेत्रों के खानों में कईं इस्तेमाल हैं। मिसाल के तौर पर अवधी खाने में कूटू परांठा बनाया जाता है। हालांकि ज़्यादातर आटे अनाजों के बनते हैं और अनाज अधिकतर घास के परिवार के ही पौधे होते हैं, कूटू ना तो असली अनाज है और ना ही वनस्पति परिवार में घास परिवार का सदस्य है।
उत्तर भारत में नवरात्रि में हिन्दू अनुयायी अक्सर कूटू के आटे की बनी चीज़ें खाते हैं, जैसे की कूटू की पूरी और कूटू के पकौड़े। पंजाब में कूटू को ‘ओखला’ बोला जाता है और इसके आटे का काफ़ी इस्तेमाल किया जाता है। कूटू को अंग्रेज़ी में बकव्हीट (buckwheat) बोलते हैं। पंजाबी में इसे ‘ओखला’ बोलते हैं।
Buckwheat Flour Meaning in Hindi
कूटू (बकवीट – buckwheat) गेहूं के समान एक प्रकार का अनाज है। लेकिन गेहूं के साथ इसका कुछ भी संबंध नहीं है। यह एक फल का बीज होता है। कूटू का पौधा, ज्यादा बड़ा नहीं होता है। कूटू का लैटिन नाम फैगोपाइरम एस्कुलेंटम (Fagopyrum esculentum) है। इसका आकर एक त्रिभुज की आकृति जैसा होता है। भारत में कूटू बहुत अधिक जगहों पर नहीं उगाया जाता है। यह केवल हिमालय के भाग जैसे जम्मू कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखण्ड, दक्षिण में नीलगिरी और नार्थ ईस्ट राज्यों में उगाया जाता है। भारत में अधिकतर इसका इस्तेमाल केवल उपवास आदि में ही किया जाता है। पूरी दुनिया में कूटू सबसे अधिक रूस, कज़ाकिस्तान, यूक्रेन और चीन में उगाया जाता है।
कूटू पोषक तत्वों का एक बिजलीघर है। लस मुक्त होने के नाते यह गेहूं, राई, जौ और जई का उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है। इस प्रकार यह उन लोगों के लिए उपयुक्त माना जाता है जिन्हें गेहूं से एलर्जी होती है। इसमें लोहे, मैग्नीशियम, फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा, इसमें सभी आवश्यक आठ अमीनो एसिड होते हैं।
कुट्टू का आटा खाने के फायदे और नुकसान
- कूटू का आटा वजन कम करने के लिए
- कूटू के फायदे बचाएँ मधुमेह से
- कूटू खाने के फायदे रखें उच्च रक्तचाप को नियंत्रण में
- कूटू का आटा है हृदय के लिए लाभकारी
- कूटू के गुण करें कैंसर का खतरा कम
- अस्थमा के लिए करे कूटू का सेवन
- कूटू करे पित्त की पथरी को रोकने में मदद
- कूटू के आटे का उपयोग हड्डियों के लिए
- स्वस्थ और उज्ज्वल त्वचा के लिए खाएं कूटू
कूटू में गेहूं या जौ की तुलना में कम कैलोरी होती है। यह संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल से मुक्त होता है। इसके अलावा यह आहार फाइबर और प्रोटीन में समृद्ध होता है। इस प्रकार कूटू का सेवन आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगने देता है और आप बार-बार खाने की आदत से बच जाते हैं।
कुट्टू का आटा कैसे बनता है?
कूटू एक प्रकार का पौधा है जिसकी बहुत सी नस्लें हैं, जिनमें से ज़्यादातर जंगली हैं। इसके बीज को पीसकर एक आटा बनाया जाता है जिसके भारतीय और अन्य क्षेत्रों के खानों में कई इस्तेमाल हैं। मिसाल के तौर पर अवधी खाने में कूटू परांठा बनाया जाता है। हालाँकि ज़्यादातर आटे अनाजों के बनते हैं और अनाज अधिकतर घास के परिवार के ही पौधे होते हैं, कूटू ना तो असली अनाज है और ना ही वनस्पति परिवार में घास परिवार का सदस्य है |
इस ब्लॉग के निर्माता हिमांशु सक्सैना हैं जो बुलन्दशहर जिले के निवासी हैं | इन्हें अपनी मातृ भाषा हिन्दी से काफी प्रेम है इसलिये इन्हे हिन्दी में लिखने का शोक भी है |
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