Disadvantages of Facebook in Hindi छात्रों के लिए फेसबुक से नुकसान
अगर आपने फेसबुक को अपने फोन या अपने ब्राउजर का होमपेज बना रखा है, तो आपको सचेत हो जाना चाहिए कि आप फेसबुक की गिरफ्त में हैं।
वो दिन दूर नहीं जब भारत में भी फेसबुक की लत छुड़वाने के लिए कोई क्लीनिक खुल जाए। अल्जीरिया में एक खास क्लीनिक खुला है जो Facebook की बीमारी को छुड़वाता है।
चीन और दक्षिण कोरिया में ऐसे क्लीनिक पहले से खुले हैं। आप फेसबुक की गिरफ्त में आएं इससे पहले हम आपको इसके लक्षण बता कर आगाह कर रहे हैं।
ज्यादा फेसबुक चलाते हो तो हो जाइये सावधान वरना होगी ये भयानक बीमारी
अगर आप दिन में 4-5 स्टेटस डालते हैं, तो आपको ये मान लेना चाहिए कि आपको फेसबुक की भयंकर बीमारी लग गई है।
फेसबुक पर सैकड़ों ऐसे दोस्त होना जिनके बारे में आप जानते ही नहीं और न ही आप उनसे मिले हैं, तो आपके समझ लेना चाहिए कि आप फेसबुक की भयंकर गिरफ्त में हैं।
आप कोई काम कर रहे हैं और लेकिन फिर भी आपको रह रहकर फेसबुक की याद सताती है, तो आपको समझ लेना चाहिए कि आपको फेसबुक नाम की गंभीर बीमारी लग चुकी है।
इस ब्लॉग के निर्माता हिमांशु सक्सैना हैं जो बुलन्दशहर जिले के निवासी हैं | इन्हें अपनी मातृ भाषा हिन्दी से काफी प्रेम है इसलिये इन्हे हिन्दी में लिखने का शोक भी है | लोगो के दिमाग में आज भी यही बात जुबान पर रहती है कि जो कुछ भी है वो इंग्लिश से है, इस बात को गलत साबित करने के उद्देश्य से ही इन्होने इस ब्लॉग का निर्माण किया है |
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