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मेरी माँ पर निबंध & कविता : My Mother Essay in Hindi

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Essay on Mother in Hindi माँ क्या है?

माता वह है जिसके द्वारा कोई प्राणी जन्म लेता है।

माता का संस्कृत मूल मातृ है। हिन्दी में इस शब्द का प्रयोग प्रायः इष्टदेवी को संबोधित करने के लिये किये जाता है, पर सामान्यरूप से माँ शब्द का प्रयोग ज्यादा होता है।

 Meri Maa Essay in Hindi माँ की परिभाषा

इंसानों के परिपेक्ष में माता अपने गर्भ में बच्चे को धारण करती है और भ्रूण के विकास के बाद उसे जन्म देती है।

Speech on My Mother in Hindi मेरी माँ पर भाषण & निबंध

मेरी माताजी बहुत अच्छी हैं। हर कोई परिवार में उनकी प्रशंसा करता है। मेरे विचार से वे इसकी हकदार हैं। परन्तु वे कभी घमंड नहीं करती हैं। उनके अंदर कई गुण हैं। वह सुशिक्षित व बुद्धिमान हैं। वह मेहनती, दयालु, देखभाल व प्यार करने वाली हैं। हमारे प्रति उनके प्यार की कोई सीमा नहीं है।

वह एक गृहिणी है और हमेशा व्यस्त रहती हैं। वो हम सबसे पहले उठती है व हम सब के बाद सोती हैं। वह हमारे लिए खाना बनाती हैं, हमारे कपडे धोती हैं व हमारी सभी आवश्यकताओं व आराम का ध्यान रखती हैं। काम करती हैं फिर भी कभी थकी हुई और नीरस नहीं लगती हैं। उन्हें हमारी सेवा करना अच्छा लगता है। कभी-कभी मुझे उनके लिए दुःख होता है व मैं अपने तरीके से उनकी सहायता करता हूँ।

उनका प्यार व देखभाल मेरे लिए प्रेरणा का काम करती है। वो मुझे मेरे अच्छे स्वास्थ्य व प्रसन्न मस्तिष्क के लिए सहायता करती हैं। इसलिए मैं पढ़ाई में इतना अच्छा हूँ। अगर मैं बीमार हो जाता हूँ तो वो मेरे ठीक हो जाने का हर संभव प्रयास करती हैं। वो पिताजी के लिए बहुत सारे व्यंजन बनाती हैं। वह मेरे व मेरी बहन के स्वाद के अनुसार व्यंजन बनाती हैं। हम सभी उनकी सेवा व त्याग को भूल नहीं सकते। वह वाकई में महान, प्यारी व दयालु हैं। कोई भी इतना अच्छा नहीं हो सकता जितना की माँ – सही कहा गया हैं की भगवान् सब जगह नहीं हो सकते इसीलिए उसने माँ को बनाया है। छोटे बच्चों के लिए माँ भगवान् की तरह होती है।

कोई भी माँ की दयालुता का क़र्ज़ नहीं चुका सकता। माँ पहली शिक्षिका व गुरु होती है। इंसान के हर अच्छे कार्य के पीछे माँ का हाथ होता है। सत्य है बुद्ध, गांधी, लिंकन, शिवाजी व प्रताप नहीं होते अगर उनकी महान, दयालु व अच्छे संस्कार देने वाली माँ नहीं होती।

अगर मेरी माँ बीमार पड़ जाती है तो पूरा घर अस्त-व्यस्त हो जाता है। हम सभी बीमारों की तरह हो जाते हैं। हम सबके लिए मुश्किल हो जाती है। मेरी माँ वाकई सर्वगुण संपन्न है। हम उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए इश्वर से प्रार्थना करते हैं।

Mother Poem in Hindi माँ पर कविता

मुझको हर हाल में बख़्शेगा उजाला अपना
चाँद रिश्ते में तो लगता नहीं मामा अपना

मैंने रोते हुएपोंछे थे किसी दिन आँसू
मुद्दतों माँ ने नहीं धोया दुपट्टा अपना

हम परिन्दों कीतरह उड़ के तो जाने से रहे
इस जनम में तो न बदलेंगे ठिकाना अपना

धूप से मिल गए हैं पेड़ हमारेघर के
हम समझते थे कि काम आएगा बेटा अपना

सच बता दूँ तो ये बाज़ार-ए-मुहब्बत गिर जाए
मैंने जिस दाम में बेचा है ये मलबा अपना

आइनाख़ाने में रहने का ये इनआम मिला
एक मुद्दत से नहीं देखा है चेहरा अपना

तेज़ आँधी में बदल जाते हैं सारे मंज़र
भूल जाते हैं परिन्दे भी ठिकाना अपना

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