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नेतृत्व का अर्थ क्या है हिंदी में? {परिभाषा एवं प्रकार की व्याख्या} Netritva ka arth in Hindi

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(Netritva ka arth in Hindi) नेतृत्व का अर्थ क्या है हिंदी में? परिभाषा एवं प्रकार की व्याख्या

लीडरशिप एक गुण है जिससे आप दूसरों पर बढ़त प्राप्त कर सकते हैं। नेता सार्वजनिक जीवन जीते हैं जिससे आसपास के लोगों को मार्गदर्शन और प्रेरणा मिलती है। एक महान नेता में कई गुण होते हैं जो उन्हें लोकप्रिय बनाते हैं। लीडरशिप करने की क्षमता एक गुण है जो कुछ ही लोगों के अन्दर देखी जाती है। कुछ लोगों को यह विरासत में मिलती है जबकि कुछ इसे समय की अवधि के साथ प्राप्त करते हैं।

नेतृत्व की परिभाषा Definition of Leadership in Hindi Meaning – [samuh netrutva ka kya arth hai?]

नेतृत्व (leadership) की व्याख्या इस प्रकार दी गयी है “नेतृत्व एक प्रक्रिया है जिसमें कोई व्यक्ति सामाजिक प्रभाव के द्वारा अन्य लोगों की सहायता लेते हुए एक सर्वनिष्ट (कॉमन) कार्य सिद्ध करता है। एक और परिभाषा एलन कीथ गेनेंटेक ने दी जिसके अधिक अनुयायी थे “नेतृत्व वह है जो अंततः लोगों के लिए एक ऐसा मार्ग बनाना जिसमें लोग अपना योगदान दे कर कुछ असाधारण कर सकें |

ओसवाल्ड स्पैगलर ने अपनी पुस्तक ‘मैन ऐण्ड टेक्निक्स’ (Man and Techniques) में लिखा है कि ‘‘इस युग में केवल दो प्रकार की तकनीक ही नहीं है वरन् दो प्रकार के आदमी भी हैं। जिस प्रकार प्रत्येक व्यक्ति में कार्य करने तथा निर्देशन देने की प्रवृति है उसी प्रकार कुछ व्यक्ति ऐसे हैं जिनकी प्रकृति आज्ञा मानने की है। यही मनुष्य जीवन का स्वाभाविक रूप है। यह रूप युग परिवर्तन के साथ कितना ही बदलता रहे किन्तु इसका अस्तित्व तब तक रहेगा जब तक यह संसार रहेगा।’’

शासन करना, निर्णय लेना, निर्देशन करना आज्ञा देना आदि सब एक कला है, एक कठिन तकनीक है। परन्तु अन्य कलाओं की तरह यह भी एक नैसर्गिक गुण है। प्रत्येक व्यक्ति में यह गुण या कला समान नहीं होती है। उद्योग में व्यक्ति के समायोजन के लिए पर्यवेक्षण (supervision), प्रबंध तथा शासन का बहुत महत्व होता है। उद्योग में असंतुलन बहुधा कर्मचारियों के स्वभाव दोष से ही नहीं होता बल्कि गलत और बुद्धिहीन नेतृत्व के कारण भी होता है। प्रबंधक अपने नीचे काम करने वाले कर्मचारियों से अपने निर्देशानुसार ही कार्य करवाता है। जैसा प्रबंधक का व्यवहार होता है, जैसे उसके आदर्श होते हो, कर्मचारी भी वैसा ही व्यवहार निर्धारित करते हैं। इसलिए प्रबंधक का नेतृत्व जैसा होगा, कर्मचारी भी उसी के अनुरूप कार्य करेंगे।

नेतृत्व के सिद्धांत & गुण Leadership Qualities in Hindi

स्मिथ ने कहा है- यदि किसी व्यक्ति के पास सुन्दर बहुमूल्य घड़ी है और वह सही तरह से काम नही करती है तो वह उसे मामूली घड़ीसाज को सही करने के लिए नहीं देगा। घड़ी की जितनी बारीक कारीगरी होगी, उसे ठीक करने के लिए भी उतना ही चतुर कारीगर होना चाहिए। कारखाने या फैक्ट्री के विषय में भी यही बात है। कोई भी मशीन इतनी जटिल और नाजुक नहीं और न ही इतना चातुर्यपूर्ण संचालन चाहती है, जितना प्रगतिशील प्रबंध नीति। यह आवश्यक नहीं कि प्रबंध नीति प्रगतिशील हो। आवश्यकता इस बात की होती है कि प्रबंध नीति सुचारू रूप से हो, यदि सुचारू रूप से प्रबंध नीति चलेगी तो प्रगति अपने आप होने लगेगी।

नेतृत्व संगठनात्मक संदर्भों के सबसे प्रमुख पहलुओं में से एक है। हालांकि, नेतृत्व को परिभाषित करना चुनौतीपूर्ण रहा है।

यहां कुछ ऐसे लीडरशिप से जुड़े गुण हैं जो आपको अपने उद्यम में सफल होने के लिए आप में होने चाहिए:

  1. ध्यान से सुने
  2. पूरी तरह से अपने काम के साथ रहें
  3. अपने काम के बारे में जागरूक रहें
  4. दो-तरफा संचार बनाए रखें
  5. कम बात करें, अधिक कार्य करें
  6. अपने फैसले लेने के कौशल को हल करना
  7. निरतंरता बनाए रखें
  8. अपनी ताकत पहचानें
  9. अपनी कमजोरियों को जानें
  10. दूसरों को दोष मत दें
  11. उत्साहजनक रहें
  12. प्रतिक्रिया न दे सिर्फ जवाब दें
  13. संगठित रहें
  14. तर्कसंगत और उचित हो
  15. निरंतर सुधार करें
  16. लचीलापन लाएं
  17. अपनी राय जरुर दें
  18. पक्षपात न करें
  19. समस्या हल करें
  20. माफी स्वीकार करे

एक नेता के रूप में आप अपनी टीम के सदस्यों के बारे में कोई राय न रखें बजाए अपनी टीम को जानने और समझने में अपनी महत्वपूर्ण राय प्रदान करें। जो कोई भी अस्थिर व्यवहार दिखाता है वह अपनी टीम में उलझन भरे माहौल को जन्म देता है। आपके कार्यों को आपके शब्दों से मेल खाना चाहिए।

नेतृत्व के प्रकार Types of Leadership in Hindi

नेतृत्व की शैली (leadership style) से तात्पर्य नेता द्वारा दिशा देने, योजनाओं को लागू करने तथा लोगों को प्रोत्साहित करने की शैली से है। नेतृत्व की बहुत सी शैलियाँ हैं जो राजनितिक, व्यावसायिक या अन्य क्षेत्रों में प्रदर्शित होतीं हैं।

कुछ मुख्य नेतृत्व शैलियाँ ये हैं-

  • सत्तावादी (authoritarian)
  • पैटर्नमूलक (Paternalistic)
  • प्रजातांत्रिक (Democratic)
  • अहस्तक्षेपी या अबन्ध शैली (Laissez-faire)
  • संव्यवहार शैली (Transactional)
  • रूपांतरीय (Transformational)
  • सत्तावादी (authoritarian)

इस प्रकार की शैली में प्रशासन एक व्यक्ति के हाथो में होता है | इसमें नेता दुसरे लोगो पर विश्वास नही करता है बल्कि आदेश देकर कार्य पूरा करवाता है | अपने कर्मचारियों की कोई परवाह नहीं होती हैं |

नेतृत्व का महत्व Importance of Leadership in Hindi

प्रत्येक समूह के लिए नेतृत्व की आवश्यकता होती है। चाहे वह राजनैतिक हो या सामाजिक, धार्मिक हो या औद्योगिक। कोई भी समूह बिना नेतृत्व के आस्तित्वहीन होता है। औद्योगिक क्षेत्र में मालिक या कर्मचारी ही नेता का चयन करते है। होना यह चाहिए कि मालिक और कर्मचारी दोनों मिलकर नेता का चुनाव करें। इस प्रकार की आदर्श चयन प्रणाली के द्वारा मालिक और कर्मचारी के बीच के छोटे-छोटे झगड़ों को रोका जा सकता है। इससे समस्याओं का समाधान भी जल्दी हो सकता है। मालिकों तथा प्रबंधकों द्वारा चुना व्यक्ति अधिक स्वामि-भक्ति रखता है और कर्मचारियों के हितों को उपेक्षित कर सकता है। इसके विपरीत कर्मचारियों द्वारा चुना व्यक्ति कर्मचारियों के प्रति उत्तरदायी होता है। इस प्रकार नीति संघर्ष बढ़ने लगता है। इसलिए प्रभावशाली नेतृत्व के लिए आवश्यक है कि मालिक और कर्मचारी दोनों मिलकर योग्य, अनुभवी और व्यवहार कुशल व्यक्ति को नेता चुनें। नेतृत्व को तीन स्तर पर तीन वर्गो में बांटा गया है-

(१) उच्चतम स्तर का प्रबंध (Top management),
(२) मध्यम स्तर का प्रबंध (Middle management),
(३) सम्मुख व्यक्ति का प्रबंध (Front line management)।

प्रथम स्तर के प्रबंध में उच्च श्रेणी के बिग बॉस (Big Boss), मध्यम स्तर में केवल बॉस (Boss) तथा तीसरी श्रेणी में फोरमैन या सुपरवाइजर आते है। ये तीनों प्रकार के नेता भिन्न-भिन्न स्तरों पर कार्य करते है। इनके उत्तरदायित्व व कर्त्तव्य भी भिन्न होते है। नेता को अपने पद पर बने रहने के लिए आवश्यक होता है कि वह अपने समूह के प्रत्येक पक्ष पर संबंध बनाए रखने में समर्थ हो। इसलिए सुचारू कार्य के लिए यह आवश्यक होता है कि नेता अपने समूह के कर्मचारियों से हमेशा निकट के संबंध बनाए रखें, इससे नेता और कर्मचारियों के बीच तनाव की स्थिति नहीं आएगी और न ही कोई अन्य समस्याएं उत्पादन को प्रभावित करेंगी।

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