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स्वच्छता का महत्व पर निबंध: Cleanliness Essay in Hindi

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What is Cleanliness in Hindi? Essay on Cleanliness in Hindi

Cleanliness is both the abstract state of being clean and free from dirt, and the habit of achieving and maintaining that state. Cleanliness is often achieved through cleaning.

स्वच्छता का अर्थ & परिभाषा Cleanliness Slogans in Hindi

स्वच्छता मानव समुदाय का एक आवश्यक गुण है ।यह विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव के सरलतम उपायों में से एक प्रमुख उपाय है । यह सुखी जीवन की आधारशिला है । इसमें मानव की गरिमा, शालीनता और आस्तिकता के दर्शन होते हैं । स्वच्छता के द्वारा मनुष्य की सात्विक वृत्ति को बढ़ावा मिलता है ।

साफ-सुथरा रहना मनुष्य का प्राकृतिक गुण है । वह अपने घर और आस-पास के क्षेत्र को साफ रखना चाहता है । वह अपने कार्यस्थल पर गंदगी नहीं फैलने देता । सफाई के द्वारा वह साँपों, बिच्छुओं, मक्खियों, मच्छरों तथा अन्य हानिकारक कीड़ों-मकोड़ों को अपने से दूर रखता है । सफाई बरतकर वह अपने चित्त की प्रसन्नता प्राप्त करता है । सफाई उसे रोगों के कीटाणुओं से बचाकर रखती है । इसके माध्यम से वह अपने आस-पड़ोस के पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त रखता है ।

कुछ लोग अपने स्वभाव के विपरीत सफाई को कम महत्त्व देते हैं । वे गंदे स्थानों में रहते हैं । उनके घर के निकट कूड़ा-कचरा फैला रहता है । घर के निकट की नालियों में गंदा जल तथा अन्य वस्तुएँ सड़ती रहती हैं । निवास-स्थान पर चारों तरफ से बदबू आती है । वहाँ से होकर गुजरना भी दूभर होता है । वहाँ धरती पर ही नरक का दृश्य दिखाई देने लगता है । ऐसे स्थानों पर अन्य प्रकार की बुराइयों के भी दर्शन होते हैं । वहाँ के लोग संक्रामक बीमारियों से शीघ्र ग्रसित हो जाते हैं । गंदगी से थल, जल और वायु की शुद्धता पर विपरीत असर पड़ता है ।

स्वच्छता का संबंध खान-पान और वेश- भूषा से भी है । रसोई की वस्तुओं तथा खाने-पीने की वस्तुओं में स्वच्छता का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है । बाजार से लाए गए अनाज, फल और सब्जियों को अच्छी तरह धोकर प्रयोग में लाना चाहिए । पीने के पानी को साफ बरतन में तथा ढककर रखना चाहिए । कपड़ों की सफाई का भी पूरा महत्त्व है । स्वच्छ कपड़े कीटाणु से रहित होते हैं जबकि गंदे कपड़े बीमारी और दुर्गंध फैलाते हैं ।

लोगों को शरीर की स्वच्छता का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए । प्रतिदिन स्नान करना अच्छी आदत है । स्नान करते समय शरीर को रगड़ना चाहिए ताकि रोमकूप खुले रहें । सप्ताह में दो दिन साबुन लगाकर नहाने से शरीर के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं । सप्ताह में एक दिन नाखूनों को काट लेने से इनमें छिपी गंदगी नष्ट हो जाती है । भोजन में सब्जियों और फलों की भरपूर मात्रा लेने से शरीर की भीतरी सफाई हो जाती है । दूसरी तरफ अधिक मैदे वाला बासी और बाजारू आहार लेने से शरीर की शुद्धि में बाधा आती है ।

स्वच्छता का महत्व & स्वच्छता के बारे में जानकारी Cleanliness Information in Hindi

घर की सफाई में घर के सदस्यों की भूमिका होती है तो बाहर की सफाई में समाज की । बहुत से लोग घर की गंदगी निकाल कर घर के सामने डाल देते हैं । इससे गंदगी पुन: घर में चली जाती है । घर के आस-पास का पर्यावरण दूषित होता है तो घर के लोग भी अछूते नहीं रह पाते । इसलिए समाज के सभी सदस्यों को आस-पड़ोस की सफाई में योगदान देना चाहिए । नदियों, तालाबों, झीलों, झरने के जल में किसी भी प्रकार की गंदगी का बहाव नहीं करना चाहिए । वायु में प्रदूषित तत्वों को मिलाने की प्रक्रिया पर लगाम लगानी चाहिए । अधिक मात्रा में पेड़ लगाकर वायु को शुद्ध रखना चाहिए ।

आत्मिक उन्नति के लिए निवास-स्थान के वातावरण का स्वच्छ होना अत्यावश्यक है । राष्ट्रपिता गाँधी जी स्वच्छता पर बहुत जोर देते थे । परंतु आधुनिक सभ्यता और हानिकारक उद्‌योगों के फैलाव के कारण पूरी दुनिया में प्रदूषण का संकट खड़ा हो गया है । अत: स्वच्छता में बाधक तत्वों को पहचान कर उनके प्रसार पर रोक लगानी चाहिए ।

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