चाय कैसे बनाये? Chai Recipe in Hindi
चाय एक लोकप्रिय पेय है। यह चाय के पौधों की पत्तियों से बनता है।
अगर हम बात करे भारत की तो ज्यादातर लोग चाय पीने के बहुत ही शौकीन होते हैं पर कई लोग इसे सही से बनाने का तरीका नहीं जानते है लेकिन अगर आप भी उनमें से एक हैं तो यहां जानें
चाय बनाने के तरीके/ चाय बनाने की विधि
पहला तरीका –
– गैस पर बर्तन में 2 कप पानी उबाल लें.
– जब पानी उबलने लगे तो गैस बंद कर दें.
– अब उबले पानी में को टी पोट में डालें. इसमें 2 से 3 चम्मच चायपत्ती, एक चम्मच कुटी हुई अदरक और कुटी हुई एक छोटी इलायची डालें. अगर स्वाद पसंद न हो तो अदरक और इलायची को छाेड़ भी सकते हैं या फिर दोनों में से एक चीज का इस्तेमाल करें.
– फिर 4 से 5 मिनट के लिए पोट का ढक्कन लगा दें.
– अब चायपत्ती वाले पानी को कप में छान लें.
– फिर इसमें आवश्याकतानुसार गर्म दूध और स्वादानुसार चीनी डालकर मिलाएं और चाय सर्व करें.
दूसरा तरीका –
– बर्तन में 2 कप पानी और आवश्यकतानुसार दूध डालें.
– अब इसे गैस पर उबलने रखें. जब दूध और पानी के मिक्सचर में एक उबाल आ जाए तो गैस धीमी कर दें.
– फिर मिश्रण में 2 से 3 चम्मच चायपत्ती, एक चम्मच कुटी हुई अदरक और और कुटी हुई एक छोटी इलायची डालें.
– चाय कुछ देर तक (2-3 मिनट) तक धीमी आंच पर पकाएं.
– इसके बाद गैस बंद कर दें. फिर चाय को कप में छानकर सर्व करें.
चाय के नुकसान क्या है?
1. सुबह उठकर खाली पेट चाय पीने से बाइल जूस की प्रक्रिया अनियमित हो जाती है. जिसके चलते आपको मिचली आ सकती है और घबराहट महसूस हो सकती है.
2. आमतौर पर ब्लैक टी को सेहतमंद माना जाता है लेकिन बहुत अधिक ब्लैक टी पीना सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है. सामान्य तौर पर माना जाता है कि ब्लैक टी पीने से वजन कम होता है लेकिन ब्लैक टी पीने से पेट फूल जाता है और भूख नहीं लगती है.
3. आमतौर पर लोग दूध वाली चाय पीना पसंद करते हैं. पर कम ही लोगों को पता होगा कि खाली पेट दूध वाली चाय पीने से जल्दी थकान महसूस होती है. साथ ही व्यवहार में भी चिड़चिड़ापन आ जाता है.
4. अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें स्ट्रांग टी पीना अच्छा लगता है तो संभल जाइए. ज्यादा स्ट्रांग चाय पीने वालों को अल्सर होने का खतरा रहता है. इससे पेट की अंदरुनी सतह में जख्म हो जाने की आशंका बढ़ जाती है.
5. कई लोग एक ही बार ज्यादा चाय बना लेते हैं और उसे बार-बार गर्म करके पीते रहते हैं. बार-बार गर्म करके चाय पीना खतरनाक हो सकता है.
इस ब्लॉग के निर्माता हिमांशु सक्सैना हैं जो बुलन्दशहर जिले के निवासी हैं | इन्हें अपनी मातृ भाषा हिन्दी से काफी प्रेम है इसलिये इन्हे हिन्दी में लिखने का शोक भी है | लोगो के दिमाग में आज भी यही बात जुबान पर रहती है कि जो कुछ भी है वो इंग्लिश से है, इस बात को गलत साबित करने के उद्देश्य से ही इन्होने इस ब्लॉग का निर्माण किया है |
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